परिचय


वर्ष 1961 में रामपुर में राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय की स्थापना की गई। वर्ष 1976-77 तक राज्य में कुल 23 राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय संचालित किये जा रहे थे। वर्ष 2005-06 में राज्य में कुल 54 विद्यालयों की स्थापना की गई। ये विद्यालय कक्षा 1 से 2, कक्षा 1 से 5 या कक्षा 1 से 8 तक तथा एक विद्यालय कक्षा 1 से 12 तक संचालित थे।
वर्ष 2007 में , राज्य सरकार द्वारा सभी स्कूलों को उच्चीकृत करने और उन्हें कक्षा 1 से 12 तक चलाने का निर्णय लिया गया था। अक्टूबर 2015 में, जवाहर नवोदय विद्यालयों के पैटर्न पर, सभी स्कूलों को कक्षा 06 से 12 तक संचालित करने का निर्णय लिया गया। वर्तमान में कुल 102 राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय संचालित हैं, जो 58 जिलों में स्थित हैं और 4 विद्यालय प्रस्तावित हैं।
प्रतिभावान एवं निर्धन छात्रों को उत्कृष्ट निःशुल्क आवासीय शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से समाज कल्याण विभाग द्वारा राज्य में राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय संचालित किये जा रहे हैं। राज्य में सामाजिक, आर्थिक दृष्टि से कमजोर व शिक्षा से वंचित , ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के छात्र/छात्राएं शिक्षा के साथ-साथ मुफ्त आवासीय, अध्ययन लेखन सामग्री, गणवेश, खेलकूद व कम्प्यूटर की सुविधा उपलब्ध कराता है। राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में 60% अनुसूचित जाति/जनजाति, 25% अन्य पिछड़ा वर्ग एवं 15% सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों के लिए प्रवेश की व्यवस्था है|

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