सीनियर एवं पर्यवेक्षण का कार्य प्रधानाचार्य के स्तर से प्रत्येक विषय में कक्षाओं का पर्यवेक्षण एक निश्चित प्रोफार्मा पर विद्यालय स्तर पर किया जाता है। इसके अन्तर्गत प्रभावी एवं अर्थपूर्ण कक्षाओं के संचालन हेतु शिक्षक डायरी, छात्र/छात्राओं के गृह कार्य का अवलोकन किया जाता है |विद्यालय में शैक्षणिक उन्नयन एवं स्वस्थ शैक्षिक वातावरण बनाने के लिए प्रत्येक माह शिक्षकों के साथ बैठक कर योजनाएं तैयार किया जाता है तथा छात्र छात्राओं की बैठक करके उनके उपलब्धियों एवं गुणवत्ता में उन्नयन हेतु आवश्यकतानुसार सुझाव प्रधानाचार्य के स्तर से दिया जाता है तथा तैयार की गयी सभी योजनाओं को व्यवहत करने के लिए आवश्यक रणनीति बनायी जाती है।
विद्यालय के
प्रबंधन हेतु गठित समितियाँ
Øप्रबंध समिति
-आश्रम पद्धति विद्यालय के सुचारु रूप से संचालन के लिए जिलाधिकारी महोदय की
अध्यक्षता में प्रबंध समिति गठित की गयी है। समिति की बैठक
आवश्यकतानुसार अथवा तीन माह में एक बार अनिवार्य रूप से होगी।
समिति निम्नवत है:
क्र.सं |
पदनाम |
समिति में स्थिति |
| 1 | जिला अधिकारी | अध्यक्ष |
| 2 | मुख्य विकास अधिकारी | सदस्य |
| 3 | मुख्य चिकित्सा अधिकारी | सदस्य |
| 4 | मण्डलीय उप निदेशक , समाज कल्याण | सदस्य |
| 5 | प्राचार्य जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान | सदस्य |
| 6 | जिला विद्यालय निरीक्षक | सदस्य |
| 7 | जिला समाज कल्याण अधिकारी | सदस्य |
| 8 | जिला अधिकारी द्वारा नामित एक महिला एक पुरुष अभिभावक | सदस्य |
| 9 | विद्यालय का वरिष्ठतम शिक्षक | सदस्य |
| 10 | सम्बन्धित आश्रम पद्धति विद्यालय के प्रधानाचार्य | सदस्य सचिव |